शिल्पा शेट्टी एक बार फिर
चुम्बन को
लेकर फिर चर्चा में है ! मुंबई के सुवर्णा मन्दिर के पुजारी द्वारा
शिल्पा का चुम्बन लेना और उस पर धर्म गुरुओ का विरोध हमे सोचने पर मजबूर करता है ! पुजारी के पुत्र द्वारा इस चुम्बन को एक पिता और बेटी के स्नेह संबंधो के संज्ञा देना एक उच्च परम्परा का पारिचायक है जबकि धरम गुरुओ का विरोध अकारण लगता है ! इस घटना के बाद मुझे याद आया की मैंने कही पढ़ा था की "पवित्र चुम्बन से एक दुसरे का अभिवादन करे" यह उक्ति एक पवित्रता का प्रदर्शन करती है ! पुजारी द्वारा शिल्पा का चुम्बन लेना शायद इसी अभिवादन का एक रूप है और विरोध करना शायद एक अलग दृष्टिकोण है !
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